क्या आपने कभी सोचा है कि जब बैंक में सेविंग अकाउंट रखने के लिए बैंक ने आपके सामने एक मिनिमम बैलेंस का लिमिट फिक्स है। अगर आपने उस बैलेंस को मेंटेन नहीं किया तो बैंक आपसे पेनाल्टी वसूल लेता है। लेकिन जब आपके अकाउंट में पूरा बैलेंस है और ATM खाली है तो बैंक आपको इसके हर्जाने में कुछ नहीं देता। उल्टे हम-आप चार-चार घंटे, पांच-पांच घंटे लाइन में खड़े रहते हैं। ऐसा क्यों होगा। इंडिया न्यूज़ पर हमारे साथ आज उपभोक्ता मामलों से संबंधित एक जज बैठ रहे हैं जो आपको बताएंगे कि कैसे बैंक अगर आपको पैसा देने से रिफ्यूज करता है तो आप उस पर मुकदमा कर सकते हैं। वैसे मुकदमे की बात सुनते आम लोगों के दिमाग में आता है कि मुकदमा करेंगे तो कोर्ट-कचहरी का चक्कर कौन लगाए। नहीं...आपको कचहरी का चक्कर भी नहीं लगाना होगा...बल्कि बहुत मामूली खर्च और छोटी-मोटी कागजी कार्रवाई के बाद ही आप बैंक को इस असुविधा के लिए कानूनन घसीट सकते हैं। कैसे ये सब जज साहब से जानेंगे। लेकिन उससे पहले कैश संकट पर ये रिपोर्ट देख लेते हैं। <br /><br />For More Information visit us: http://www.inkhabar.com/<br />Connect with us on Social platform at https://www.facebook.com/Inkhabar<br />Connect with us on Social platform at<br />https://twitter.com/Inkhabar<br />Subscribe to our YouTube channel: https://www.youtube.com/user/itvnewsindia